कैसे हुआ खुलासा
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से नकली नोट बरामद हुए। पूछताछ के बाद उनके अन्य दो साथियों के नाम सामने आए, जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने नकली नोट छापने की मशीन सहित कई अन्य सामान बरामद किया। ये घटना मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र की है।
गिरफ्तार अभियुक्तों की जानकारी
जाजपुर गोवा अंडरपास के पास पुलिस ने सर्वेश कुमार और विपिन कुमार को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने दीपक यादव और यज्ञमित्र को भी गिरफ्तार किया, जो नकली नोट छापने का काम कर रहे थे। पुलिस ने मौके से 1 लाख 40 हजार 9 सौ रुपए के नकली नोट, प्रिंटर, विशेष कागज, और अन्य सामग्री बरामद की।
पुलिस का बयान
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह गिरोह पिछले एक महीने से नकली नोटों का काम कर रहा था। पकड़े गए अभियुक्तों में से दो लोग नोट छापते थे, जबकि अन्य दो लोग उन्हें मार्केट में चलाने का काम करते थे। पुलिस को मौके से 500, 100, 200 रुपए के नकली नोट, प्रिंटर, मोबाइल और अन्य सामान मिले हैं।
कैसे बनाते थे नकली नोट
अभियुक्तों ने बताया कि वे रंगीन प्रिंटर के जरिए असली जैसे दिखने वाले नकली नोट बनाते थे और कम कीमत पर बेच देते थे। यज्ञमित्र और दीपक नकली नोटों को तैयार करते थे, जबकि सर्वेश और विपिन उन्हें लोगों के बीच सप्लाई करते थे।