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मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बमुलिया बड़नगर गांव में हाल ही में एक दिलचस्प घटना घटी। ग्रामीणों ने एक जंगली बिल्ली के बच्चे को बाघ का शावक समझ लिया और फिर उससे दहशत में आकर वन विभाग को सूचना दी।दरअसल, क्षेत्र में कुछ दिन पहले तेंदुए का आतंक देखा गया था, जिससे लोग पहले से ही डर में थे। इसी बीच, बीती रात एक जंगली बिल्ली का बच्चा बमुलिया बड़नगर गांव में आ गया। जब ग्रामीणों ने उसे देखा, तो उन्हें लगा कि यह बाघ का शावक है। ग्रामीणों ने सोचा कि अगर शावक यहां है, तो उसकी मां भी पास में होगी।
इस डर के कारण, ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचित कर दिया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच की। टीम ने पशु चिकित्सालय के कर्मचारियों के साथ मिलकर इस जंगली बिल्ली के बच्चे को पहचान लिया और पुष्टि की कि यह बाघ का शावक नहीं बल्कि एक बिल्ली का बच्चा है। हालांकि, वन विभाग ने यह भी कहा कि क्षेत्र में तेंदुए का मूवमेंट देखा गया था, इसलिए सभी ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी।