देहरादून के ओएनजीसी चौक पर एक तेज रफ्तार हादसे में छह दोस्तों की जान चली गई। इस हादसे में एक लग्जरी कार का इस्तेमाल हुआ था, जिसमें कई सुरक्षा फीचर्स थे, परन्तु इसके बावजूद हादसे से उनकी जान नहीं बच सकी।
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ओएनजीसी चौक पर हुए इस भीषण हादसे के कारणों में तेज रफ्तार, रात की पार्टी, और रेस को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कार एक टॉप मॉडल थी और इसमें एडवांस ड्राइवर असिस्ट सिस्टम (एडास) जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं थीं। यह एडास लेवल टू था, जो सामने किसी भी रुकावट को पहचानकर खुद-ब-खुद ब्रेक लगा देता है। इसके अलावा, इसमें इलेक्ट्रोनिक ब्रेक असिस्ट, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, और इलेक्ट्रोनिक स्थिरता प्रोग्राम जैसे सुरक्षा फीचर्स भी शामिल थे।
हादसे में एक युवक और एक युवती की गर्दन कट गई, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वे कार की सनरूफ से बाहर निकले हुए थे। विशेषज्ञों का मानना है कि कार की रफ्तार लगभग 150 किलोमीटर प्रति घंटा से भी अधिक रही होगी। कंटेनर के पिछले हिस्से पर मलबा इस तरह चिपका हुआ था जैसे वह पिघलकर जुड़ा हो। कार का सनरूफ का कांच भी उसी मलबे में फंसा हुआ मिला, जिससे अंदाजा है कि यह हादसा महज एक सेकेंड से भी कम समय में हुआ।