मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “देश के विभिन्न राज्यों के अनुभवों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं और बेहतर प्रैक्टिसेज को साझा करके कृषि क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है।”
कृषि महाकुंभ में नीदरलैंड्स के साथ समझौते
इस कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री योगी ने नीदरलैंड्स के उप कृषि मंत्री जैन कीस गोएट और अन्य अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जहां यूपी और नीदरलैंड्स के बीच दो महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी के विभिन्न स्टॉल्स का भी अवलोकन किया।
सीआईआई द्वारा आयोजित कृषि भारत प्रदर्शनी
‘कृषि भारत प्रदर्शनी’ का आयोजन 20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जा रहा है। इसमें 250 से ज्यादा प्रदर्शक और एक लाख से अधिक किसान व आगंतुक भाग लेंगे। प्रदर्शनी में कृषि, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण और कृषि सेवाओं से जुड़े उपकरण और तकनीक को प्रदर्शित किया जाएगा।
सीएम योगी की शुभकामनाएं
कार्यक्रम के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री ने श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व, कार्तिक पूर्णिमा और भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जन्मदिवस पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सीआईआई का धन्यवाद भी किया, जो 2000 से एग्रोटेक का आयोजन कर रहा है।
उत्तर प्रदेश की कृषि ताकत
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भारत की 17% आबादी रहती है और कृषि उत्पादन में यह राज्य महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहा कि यूपी में कृषि उत्पादन में और भी वृद्धि की संभावना है, जिसे डिजिटल कृषि और आधुनिक तकनीक से हासिल किया जा सकता है।
कृषि क्षेत्र में संभावनाएं
सीएम योगी ने कृषि लागत को कम करने और प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को जागरूक करना, बाजार में बीजों की उपलब्धता और कृषि को उद्यमिता से जोड़ना, इस बदलाव को लाने के लिए जरूरी कदम होंगे।
यूपी और नीदरलैंड्स के बीच सहयोग
नीदरलैंड्स के कृषि मंत्री ने कहा कि भारत और नीदरलैंड्स की साझेदारी से कृषि क्षेत्र में कई चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है और तकनीक के इस्तेमाल से कृषि क्षेत्र को और अधिक सशक्त बनाया जा सकता है।
इस कार्यक्रम के आयोजन से कृषि क्षेत्र में आधुनिकता और प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक साबित होगा।