पुलिस ने 22 पट्टों को जब्त किया, मामला पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया
जावाल में नगरपालिका बनने के बाद फर्जी पट्टे जारी करने का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की थी और अब आरोपी सहवाग राठौड को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि 10 मई 2024 को तत्कालीन ईओ महेन्द्र कुमार राजपुरोहित ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि 22 नवम्बर 2022 से 19 फरवरी 2024 तक जावाल पालिका में ईओ के पद पर रहते हुए उन्होंने कोई भी पट्टा जारी नहीं किया था। चुनाव आचार संहिता के दौरान कुछ पट्टे फर्जी तरीके से जारी किए गए थे। इस मामले में आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई।
एफएसएल जांच में फर्जी पाए गए हस्ताक्षर
पुलिस ने 22 फर्जी पट्टों को जब्त किया और एफएसएल जांच के लिए भेजा। जांच में दोनों पर किए गए हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी सहवाग राठौड को गिरफ्तार किया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी ने फर्जी पट्टे जारी करने के लिए लोगों से पैसे लिए थे।
पत्रिका ने मामला उजागर किया था
इस फर्जी पट्टा प्रकरण को राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था और लगातार इस मामले को उजागर किया, जिससे पुलिस को कार्रवाई करने में मदद मिली। मामले की जांच अभी जारी है और आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है।