इस बार, मानसून सत्र खत्म होने के बाद भी पानी की आवक जारी रही, जिससे बांध का गेज 33 दिन तक स्थिर रहा। इस पानी से राजधानी जयपुर, अजमेर और टोंक जिले की लगभग एक करोड़ की आबादी को एक महीने तक अतिरिक्त जलापूर्ति मिल सकेगी।
बीसलपुर बांध के जलभराव में मानसून के कारण इस बार एक माह तक अधिक पानी आया, जो पहले कभी नहीं हुआ था। हालांकि, पूर्व में भी जलभराव के दौरान आवक होती थी, लेकिन इस बार तेज बारिश के चलते अधिक पानी आया, जो राजधानी और आसपास के इलाकों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
14 नवम्बर को बांध का गेज 315.49 मीटर था, जो 15 नवम्बर को घटकर 315.48 मीटर हो गया। फिर 16 नवम्बर को गेज 315.48 मीटर पर स्थिर रहा, और 17 नवम्बर को यह 315.47 मीटर हो गया।