इस मामले की शिकायत लिधौरा के बजरंग दल के प्रखंड संयोजक ने कलेक्टर से की थी। कलेक्टर के आदेश पर एक जांच टीम बनाई गई, जिसने जांच में छात्रों और ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। जांच में यह सामने आया कि अरविंद्र दांगी स्कूल में कभी नहीं आए और उनकी जगह निजी शिक्षक ने बच्चों को पढ़ाया।
16 नवंबर को जिला शिक्षा अधिकारी ने अरविंद्र दांगी को निलंबित कर दिया। जांच में पाया गया कि वे अपने निजी काम में व्यस्त थे, और शिक्षा विभाग द्वारा उनकी वेतन का भुगतान जारी था। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद जांच की गई।
निलंबन के बाद, अरविंद्र दांगी का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़ को तय किया गया है।