कैसे हुई धोखाधड़ी?
रूपा विश्वास, जो कि पश्चिम बंगाल के नदिया जिले की रहने वाली हैं, अपने पति और बेटी के साथ देवराड़तुला गांव में कई वर्षों से किराए के मकान में रह रही थीं। उन्होंने गांव की 15 से अधिक महिलाओं को माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से समूह लोन दिलवाने का भरोसा दिया। जब महिलाओं को लोन की रकम मिल गई, तो रूपा ने पैसे निकाल लिए।
फरार होने के बाद क्या हुआ?
लोन की रकम लेने के बाद, जब महिलाओं ने रूपा से पैसे वापस करने के लिए कहा, तो उसने बहाना बनाया कि उसकी बेटी का डॉक्टरी में एडमिशन होना है और जल्द ही वह पैसे वापस कर देगी। फिर रूपा अपने परिवार के साथ घर में ताला लगाकर फरार हो गई।
शिकायत के बाद हुई गिरफ्तारी
महिलाओं ने जब बकाया राशि के लिए बैंक कर्मियों से शिकायत की, तो वे एसएसपी तक पहुंचीं और प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और रूपा को गिरफ्तार कर लिया। इस धोखाधड़ी के कारण महिलाओं पर भारी कर्ज चुकाने का दबाव है। पुलिस ने रूपा और उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है ताकि महिलाओं का पैसा वापस किया जा सके।