क्या है मामला?
रविवार शाम भाड़ौती पुलिस चौकी प्रभारी हेड कांस्टेबल राकेश अवकाश स्वीकृति के लिए मलारना डूंगर थाने पहुंचे। वहां थाना एचएम ने नफरी की कमी का हवाला देकर अवकाश देने से इनकार कर दिया। इस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
थानाधिकारी ने मामला संभाला
विवाद बढ़ता देख थानाधिकारी संपत सिंह ने दोनों को समझाकर मामला शांत कराया। हालांकि, थप्पड़ मारने की अफवाहें फैल गईं, लेकिन किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की।
क्या कहते हैं पुलिसकर्मी?
भाड़ौती चौकी प्रभारी राकेश का कहना है कि, “थाना एचएम बेवजह अवकाश को मना कर रहे थे। हालांकि, मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई। सिर्फ कहासुनी हुई थी।”
थानाधिकारी संपत सिंह ने भी कहा, “कहासुनी हुई थी, लेकिन मारपीट नहीं हुई। अवकाश को लेकर उच्च अधिकारियों से चर्चा के बाद फैसला किया जाएगा।”
पृष्ठभूमि में थप्पड़ कांड की चर्चा
इस घटना ने टोंक जिले में हुए थप्पड़ कांड की याद दिला दी, जहां एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एसडीएम को थप्पड़ मारा था। हालांकि, सवाई माधोपुर की घटना में ऐसा कुछ नहीं हुआ।
निष्कर्ष
पुलिसकर्मियों के बीच विवाद की यह घटना छोटी कहासुनी तक सीमित रही, जिसे थानाधिकारी ने संभाल लिया। थप्पड़ मारने की अफवाहें आधारहीन साबित हुईं।