राजस्थान कांग्रेस में बड़ा बदलाव होने की तैयारी है। पार्टी ने ऐसे महासचिवों और सचिवों को हटाने का फैसला लिया है जो 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों में सक्रिय नहीं रहे। 23 नवंबर को विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आने के बाद इन पदाधिकारियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
कई पदाधिकारी जांच के घेरे में
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) में कुल 91 सचिव और 48 महासचिव हैं, जिनमें से कई की नियुक्ति 3-5 साल पहले हुई थी। जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रैलियों में शामिल न होने वाले कम से कम 10 जिलों के सचिवों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
पार्टी का प्रस्ताव आलाकमान को भेजा गया
पीसीसी ने यह प्रस्ताव आलाकमान को भेज दिया है। एआईसीसी से मंजूरी मिलते ही हटने वाले पदाधिकारियों की सूची जारी कर दी जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने कहा कि नए और प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को शामिल करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
उपचुनाव में कड़ा मुकाबला
राजस्थान के उपचुनाव में 7 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हुआ था। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इन चुनावों में कड़ी टक्कर के बीच कांग्रेस ने बड़े बदलाव की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।