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IAS अक्षय गोदारा और सौम्या झा: कौन हैं ये दोनों आईएएस अफसर?

राजस्थान में उपचुनाव के दौरान हुए थप्पड़कांड के बाद सियासत गर्मा गई है। टोंक के जिला कलक्टर सौम्या झा और बूंदी के जिला कलक्टर अक्षय गोदारा इस समय सुर्खियों में हैं। आइए जानते हैं इन दोनों आईएएस अफसरों के बारे में।

अक्षय गोदारा का परिचय:

अक्षय गोदारा राजस्थान के पाली जिले के भाखरीवाला गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया और यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाई। पहले प्रयास में उन्होंने 603वीं रैंक हासिल की और आईपीएस बने, लेकिन दूसरे प्रयास में 2017 में 40वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बने।

अक्षय गोदारा ने अपनी प्रशासनिक सेवा की शुरुआत भरतपुर में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में की थी। बाद में वे स्वास्थ्य मंत्रालय, नई दिल्ली में सहायक सचिव रहे, और फिर अजमेर, मावली और झाड़ोल में एसडीएम रहे। वे अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त भी रह चुके हैं। अब वे बूंदी जिले के कलक्टर हैं, जो कि उनके लिए पहली जिला कलक्टर की पोस्टिंग है।

सौम्या झा का परिचय:

सौम्या झा बिहार की रहने वाली हैं और उन्होंने यूपीएससी में 58वीं रैंक प्राप्त की थी। वे 2017 बैच की हिमाचल प्रदेश कैडर की आईएएस अफसर थीं, लेकिन अपने पति अक्षय गोदारा से शादी करने के लिए उन्होंने अपना कैडर बदलवाकर राजस्थान कैडर में शामिल हो गईं।

सौम्या झा की यह पहली जिला कलक्टर की पोस्टिंग है। इससे पहले उन्होंने राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद संभाला और उदयपुर के गिरवा में उपखंड अधिकारी के रूप में काम किया। वे टोंक जिले की कलक्टर हैं।

सियासी विवाद और सुर्खियां:

हाल ही में टोंक जिले में देवली उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान हुए थप्पड़कांड को लेकर सौम्या झा सुर्खियों में आईं। इस घटना में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मारा था, जिससे जिले में बवाल मच गया था। इसके बाद, अक्षय गोदारा का तीन बार ट्रांसफर भी चर्चा का विषय बना था।

दोनों आईएएस अफसर अब राजस्थान में अपनी पहली जिला कलक्टर की पोस्टिंग पर हैं और दोनों ही अपनी-अपनी जिलों में प्रशासनिक कार्यों को संभाल रहे हैं।

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