मारपीट का आरोप
चंदन आठ्या ने एसपी को अपनी शिकायत में बताया कि उसके छोटे भाई सूरज आठ्या के खिलाफ 24 सितंबर को पुलिस ने लड़ाई-झगड़े के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। 16 नवंबर को प्रधान आरक्षक ब्रजेंद्र गौतम ने सूरज को गिरफ्तार कर लिया और उसके साथ लाठी और बेल्ट से बेरहमी से मारपीट की, जिससे सूरज का शरीर नीला पड़ गया। चंदन के अनुसार, सूरज के शरीर पर गंभीर चोटें देख जेल प्रशासन ने उसे जेल में रखने से मना कर दिया।
पहले भी हुई हैं शिकायतें
प्रधान आरक्षक ब्रजेंद्र गौतम के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें आई हैं, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने इन पर कार्रवाई करने की बजाय मामले को रफा-दफा कर दिया। एक शिकायत आदर्श जैन ने की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ब्रजेंद्र अपने गेस्ट को उनके होटल में रुकवाता था, लेकिन पैसे नहीं देता था। पैसे मांगने पर ब्रजेंद्र ने आदर्श को झूठे मामले में फंसा दिया था। आदर्श ने शिकायत के बाद न्यायालय में भी परिवाद पेश किया है।