द जिला कलक्टर ने कहा कि अब पर्यटक जंगल सफारी के साथ-साथ झील में नौकायन का आनंद भी ले सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में झील के क्षेत्र को साफ करके बोटिंग एरिया को बढ़ाया जाएगा। झील में कमल के जड़ों को निकालने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा, रामगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में नए जंगल सफारी रूट की शुरुआत की गई है। जिला कलक्टर ने 15 किलोमीटर का सफारी रूट देखा और कहा कि भविष्य में सैलानी सूरज छतरी, शिकार बुर्ज, और वन्य जीवों का अवलोकन कर सकेंगे। उपवन संरक्षक संजीव शर्मा ने बताया कि सफारी रूट को ठीकरदा तालाब तक बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।