छतरपुर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए प्रशासन ने 2021 में नो पार्किंग के स्थान चिन्हित कर वहां बोर्ड लगाए थे। साथ ही पार्किंग के लिए कुछ जगहें भी तय की गईं, लेकिन तीन साल बाद भी इन जगहों पर पार्किंग शुरू नहीं हो पाई। इस वजह से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है और शहर की यातायात व्यवस्था दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।
योजना पर अब तक अमल नहीं
जून 2021 में यातायात पुलिस और नगर पालिका अधिकारियों ने चौक बाजार, हटवारा और गल्लामंडी जैसी जगहों पर पार्किंग प्वाइंट चिन्हित किए थे। इन जगहों पर मामूली शुल्क लेकर गाड़ियां पार्क करने की योजना बनी थी, जिससे बाजारों में दुकानों के सामने वाहन खड़े होने से जाम की समस्या कम हो। इसके लिए पब्लिक के सुझाव भी लिए गए थे, लेकिन योजना पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रेड लाइन खींची, लेकिन पालन नहीं हुआ
बाजार के आसपास दुकानदारों द्वारा सड़क पर सामान फैलाने और जाम की समस्या से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने सड़क किनारे रेड लाइन खींची। लेकिन व्यापारियों ने इसका पालन नहीं किया और प्रशासन भी इसे सख्ती से लागू नहीं कर पाया।
शहरवासियों की परेशानी
- शिक्षिका आरती गोस्वामी ने बताया कि पार्किंग की जगह न होने से हर जगह सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ते हैं।
- गृहणी पूनम श्रीवास्तव का कहना है कि खरीदारी करने जाने से पहले वाहन पार्किंग के लिए संघर्ष करना पड़ता है।
- युवा गोलू मिश्रा ने कहा कि बढ़ते वाहनों की संख्या के साथ व्यवस्थित पार्किंग की बहुत जरूरत है।
- प्रोफेसर महेन्द्र नायक ने सुझाव दिया कि पार्किंग की समस्या का समाधान होने से यातायात सुगम हो सकेगा।
जरूरी है पार्किंग व्यवस्था
शहर के विकास के साथ ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करना बहुत जरूरी है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके और यातायात व्यवस्था सुधर सके।