मंत्री बालाजी उद्योगपति गौतम अडानी पर अमरीका में लगे आरोपों का जवाब दे रहे थे, जिसमें अडानी पर धोखाधड़ी करने और भारतीय सौर परियोजनाओं के लिए रिश्वत देने का आरोप था।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि टीएनईबी और अडानी समूह के बीच कोई भी व्यावसायिक संबंध नहीं है और सोशल मीडिया पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि टीएनईबी ने एसईसीआई से 2.61 रुपये प्रति यूनिट की दर पर सौर ऊर्जा खरीदने के लिए समझौता किया था, और यह समझौता 25 साल के लिए था।
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि द्रमुक सरकार के सत्ता में आने के बाद से टीएनईबी ने अडानी समूह के साथ कोई सीधा समझौता नहीं किया है।