जांच में खुलासा
राज्य कर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर अवधेश सिंह के निर्देश पर गुरुवार को पीलीभीत बाईपास स्थित रियल इमेज डवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और अमल्तस बिल्डर्स पर जांच की गई। जांच में यह पाया गया कि बिल्डरों ने फ्लैट और विला की कीमत को लागत से कम दिखाया था, ताकि टैक्स बचा सकें।
सर्वे में पाए गए दोष
रुद्राक्ष अपार्टमेंट, ग्रंडोर विला और अमल्तस लेकिजीरिया कॉलोनी में फ्लैट्स और विला की बिक्री पर वास्तविक कीमत के आधार पर टैक्स नहीं लिया गया था। इसके अलावा, रेरा में पंजीकरण के दौरान घोषित कीमत और बिक्री मूल्य में भी अंतर पाया गया।
20 लाख की टैक्स अदायगी
सभी तथ्यों और सबूतों के आधार पर बिल्डरों ने अपनी गलती स्वीकार की और मौके पर ही 20 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा कराए। राज्य कर विभाग ने दस्तावेज़ों को सीज कर लिया है और जांच जारी रखी है। अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में टैक्स चोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।