महायुति की प्रचंड जीत
महाराष्ट्र में महायुति (बीजेपी, शिंदे गुट की शिवसेना, और अजित पवार की एनसीपी) ने बहुमत से आगे निकलते हुए जबरदस्त जीत दर्ज की है। दूसरी ओर, विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को बड़ा झटका लगा है।
फडणवीस का बयान
बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस ऐतिहासिक जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“मैंने पहले ही कहा था कि मैं आधुनिक अभिमन्यु हूं और चक्रव्यूह को भेदना जानता हूं। यह जीत मेरी नहीं, पूरी टीम की जीत है।”
फडणवीस ने आगे कहा,
“महाराष्ट्र की जनता ने हमें अप्रत्याशित जीत दिलाई है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और नेतृत्व पर जनता के भरोसे का परिणाम है। ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे ने सभी वर्गों और समुदायों को जोड़ने का काम किया है। यह एकता की जीत है।”
शिंदे और अजित पवार को जनता का समर्थन
फडणवीस ने कहा कि इस चुनाव में जनता ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना को असली शिवसेना और अजित पवार के एनसीपी गुट को असली एनसीपी मान लिया है।
अब तक का परिणाम
- महायुति: 228 सीटों पर बढ़त।
- बीजेपी: 132 सीटें।
- शिवसेना (शिंदे गुट): 55 सीटें।
- एनसीपी (अजित पवार गुट): 41 सीटें।
- महाविकास अघाड़ी (एमवीए): 47 सीटों पर बढ़त।
- कांग्रेस: 16 सीटें।
- एनसीपी (शरद पवार गुट): 10 सीटें।
- शिवसेना (उद्धव गुट): 21 सीटें।
चुनाव और मतदान
20 नवंबर को महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ, जिसमें 65% मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव (2019) के 61.74% मतदान से अधिक है।
निष्कर्ष
महायुति की इस ऐतिहासिक जीत ने महाराष्ट्र में बीजेपी की मजबूत पकड़ को एक बार फिर साबित कर दिया है। फडणवीस के नेतृत्व में गठबंधन ने यह दिखा दिया है कि उनकी एकता और रणनीति ने विपक्ष को पीछे छोड़ दिया।