बारदाना की कमी का असर
जिले के 122 सेवा सहकारी समितियों में धान की खरीदी चल रही है, लेकिन बारदाने की कमी की स्थिति सामने आई है। किसान अपनी ओर से पुराने जूट के बारदाने लेकर आ रहे हैं। शुक्रवार तक 801 पुराने बारदाने केंद्रों में पहुंचे हैं। वहीं, जिले में 7 लाख पुराने बारदाने ही शेष हैं, जबकि धान खरीदने के लिए लगभग 1 करोड़ 93 लाख बारदाने की आवश्यकता है।
मिलर्स की नाराजगी
दिवाली के पहले मिलर्स ने पुराने बारदाने दिए थे, लेकिन दिवाली के बाद से उन्होंने कोई बारदाना नहीं दिया है। मिलर्स कस्टम मिलिंग की बची राशि का भुगतान न होने से नाराज हैं। अधिकारियों ने पुराने बारदाने की व्यवस्था को लेकर किसानों से सहयोग की अपील की है।
किसानों को 25 रुपए दिए जाएंगे
यदि किसी केंद्र में पुराने बारदाने की उपलब्धता नहीं है, तो किसान अपने घर से जूट बारदाना लाकर उसे 25 रुपए में बेच सकते हैं। इस प्रकार की व्यवस्था धान की खरीदी को सुचारू रूप से चलाने के लिए की गई है।