1872 से आरक्षित भूमि पर बनेगी मेडिसिटी
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह क्षेत्र 1872 में चिकित्सा सुविधाओं के लिए आरक्षित किया गया था। अब मेडिसिटी बनने के साथ 155 वर्षों बाद इस उद्देश्य को पूरा किया जा रहा है।
आगर रोड कैसे बनेगी मेडिकल स्ट्रीट
- मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज: जिला अस्पताल और मेडिसिटी मिलकर 20 एकड़ का क्षेत्र स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ेंगे।
- निजी अस्पतालों को बढ़ावा: आसपास की खाली जमीन का उपयोग कर निजी अस्पतालों को स्थापित किया जा सकता है।
- आयुर्वेद और होम्योपैथी कॉलेज: मुख्यमंत्री ने होम्योपैथी कॉलेज खोलने की घोषणा की है, जिससे बेड की संख्या बढ़ेगी।
- अन्य सुविधाएं: निजी मेडिकल शॉप, पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे सेंटर आदि के कारण यह क्षेत्र पूरी तरह मेडिकल हब के रूप में विकसित होगा।
आगर रोड पर बढ़ेंगी स्वास्थ्य सुविधाएं
- वर्तमान में चरक भवन में 750 बेड और मेडिसिटी में 550 बेड होंगे।
- भविष्य में निजी और सरकारी अस्पताल बनने के बाद यह संख्या 1500 से अधिक हो जाएगी।
मेडिसिटी का वर्तमान निर्माण
- क्षेत्रफल: 14.97 एकड़
- लागत: ₹592.3 करोड़
- टीचिंग हॉस्पिटल: 550 बेड, 10 मंजिल
- मेडिकल कॉलेज: 150 सीट, 9 मंजिल
- नर्स होस्टल: 380 क्षमता, 14 मंजिल
- गर्ल्स और बॉयज होस्टल: 344 और 399 क्षमता, क्रमशः 14 और 11 मंजिल
- सर्विस और लाइब्रेरी ब्लॉक: भूतल पर निर्माण
- फुट ओवरब्रिज भी शामिल।
कलेक्टर का बयान
कलेक्टर नीरजकुमार सिंह ने बताया कि मेडिसिटी का निर्माण तेजी से हो रहा है। भविष्य में अन्य प्रोजेक्ट्स को शासन की स्वीकृति के आधार पर जोड़ा जाएगा।