SSP ऑफिस पर ज्ञापन सौंपा
सोमवार को सिविल कोर्ट के वकील कार्य बहिष्कार पर रहे। सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता पुलिस दफ्तर पहुंचे और SSP डॉ. गौरव ग्रोवर से मुलाकात की। वकीलों ने SSP को ज्ञापन सौंपकर कैंट इंस्पेक्टर संजय सिंह को तुरंत सस्पेंड करने की मांग की। वकीलों का कहना है कि जब तक इंस्पेक्टर पर कार्रवाई नहीं होगी, प्रदर्शन जारी रहेगा। SSP ने वकीलों को आश्वासन दिया कि इस मामले में जल्द ही कार्रवाई होगी और एक और गिरफ्तारी की जाएगी।
वकील पर हमले के बाद बढ़ा विवाद
18 नवंबर को अधिवक्ता रविंद्र दुबे पर हमले की साजिश रची गई थी। तीन युवक सिविल कोर्ट में हमला करने पहुंचे थे। इनमें से एक कंबल ओढ़कर वकील पर हमला करने की फिराक में था। अधिवक्ताओं ने स्थिति भांपकर दो युवकों को पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की। तीसरा युवक पिस्टल लेकर भागने में सफल हो गया।
पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही का आरोप
पुलिस ने पकड़े गए युवकों पर हत्या के प्रयास (धारा 307) का केस दर्ज किया, लेकिन वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने जल्दबाजी में आरोपियों को थाने से रिहा कर दिया। इस घटना के बाद से ही वकील लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
कचहरी में सुरक्षा को लेकर चिंता
हालांकि, कोर्ट परिसर की सुरक्षा SSF (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के हाथों में है, लेकिन इस घटना के बाद वकील अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वकीलों का कहना है कि पुलिस ने गंभीर धाराओं के बावजूद आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की। अब अधिवक्ता अधिकारियों से कठोर कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।