ठगी का तरीका:
पीड़ित, जो 18 नवंबर को अपनी बीमार बेटी को अस्पताल दिखाने जा रहा था, जब पंचायत समिति के पास खड़ा था, तो एक लंगड़ाता हुआ युवक उसके पास आया। युवक ने खुद का नाम गोपाल बताया और चांदी का सिक्का दिखाया। उसने कहा कि वह इस सिक्के के बारे में जानकारी चाहता है। फिर उसने पीड़ित को एक सोने जैसी चेन दिखाई और बताया कि यह चेन उसे टावर की खुदाई में मिली थी, जिसे वह बेचना चाहता है।
युवक ने पीड़ित को चेन में से दो मणियां दे दीं और कहा कि इसकी जांच करवा लो। जब पीड़ित ने मणियों को जांचवाया तो वे असली निकलीं। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित से 15 लाख रुपए की कीमत बताई और फिर उसे 7 लाख रुपए देने की बात कही। पीड़ित ने लालच में आकर 5 लाख रुपए देने का प्रस्ताव दिया।
ठगी की पूरी कहानी:
आरोपी ने कहा कि 50 हजार रुपए तुरंत दे दो और बाकी पैसे बाद में देंगे। इसके बाद पीड़ित ने 50 हजार रुपए आरोपी को दे दिए और उसके मोबाइल नंबर ले लिए। फिर आरोपी ने रात को पीड़ित को रींगस बुलाया, लेकिन जब वह वहां पहुंचा तो आरोपी का फोन बंद था। आरोपी के साथी ने पीड़ित से पूछा और फिर आरोपी ने फोन उठाकर कहा कि वह आ रहा है, लेकिन वह नहीं आया।
इसके बाद पीड़ित को आरोपी ने 19 नवंबर को फिर फोन किया और रुपए के बारे में पूछा। 21 नवंबर को आरोपी ने चौमू बुलाया, जहां पीड़ित ने उन्हें 4 लाख 50 हजार रुपए और दे दिए। कुल मिलाकर पीड़ित ने 5 लाख रुपए आरोपियों को दिए।
धोखा:
पीड़ित ने जब घर आकर चेन की जांच करवाई, तो वह नकली निकली। फिर उसने आरोपी को फोन किया, लेकिन उनका फोन बंद था। अब पुलिस ने इस धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।