जयपुर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने घोषणा की है कि जयपुर को भिक्षावृत्ति मुक्त जिला बनाया जाएगा। इसके लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें भिक्षावृत्ति में लिप्त व्यक्तियों का पुनर्वास किया जाएगा। कलेक्टर ने साफ कहा कि जयपुर की गौरवशाली छवि को बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भिक्षावृत्ति करने वालों का पुनर्वास होगा
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि विभागीय समन्वय से भिक्षावृत्ति में शामिल लोगों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए। उद्देश्य यह है कि ये लोग अपनी मेहनत और कौशल के जरिए एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
आगामी इवेंट को ध्यान में रखते हुए सख्त निर्देश
जयपुर में 9 से 11 दिसंबर तक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन होगा। इस विश्वस्तरीय आयोजन के दौरान जयपुर की गौरवशाली छवि बनी रहे, इसके लिए कलेक्टर ने भिक्षावृत्ति में लिप्त लोगों का जल्द से जल्द पुनर्वास करने के आदेश दिए हैं।
पुनर्वास कार्यक्रम के निर्देश
- राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम को 25-25 लोगों के समूह बनाकर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
- प्रशिक्षित व्यक्तियों को रोजगार से जोड़ने के लिए उन्हें बैंकों से ऋण, अनुदान, और अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने के आदेश दिए गए हैं।
- फॉलो-अप कार्यक्रम के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पुनर्वास सही तरीके से हो और ये लोग भिक्षावृत्ति छोड़कर बेहतर जीवन जी सकें।
इस पहल के जरिए जयपुर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाते हुए उसकी ऐतिहासिक और गौरवशाली छवि को और मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है।