जिले में कुल 1,53,442 बिजली कनेक्शन हैं, जिनमें से 30 से 35 प्रतिशत कनेक्शन बकायेदार हैं। इन उपभोक्ताओं की बिजली खपत हर महीने 60 लाख यूनिट से अधिक हो रही है। इसके बावजूद बकाया राशि बढ़ने से बिजली कंपनी और उपभोक्ताओं दोनों की चिंता बढ़ रही है।
अब कड़े कदम उठाने की तैयारी
बिजली कंपनी के अधिकारी बकाया राशि वसूलने के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। किसानों के खसरे में बकाया राशि दर्ज कर, उनकी बैंक खातों से रकम वसूलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके अलावा आम उपभोक्ताओं के बैंक खाते और संपत्ति भी कुर्क करने की तैयारी की जा रही है। इन उपभोक्ताओं को नोटिस भेजने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
स्मार्ट मीटर लगाने में देरी
बिजली चोरी और मीटर रीडिंग में गड़बड़ी को रोकने के लिए स्मार्ट मीटर लगाने की योजना थी, लेकिन मार्च तक यह काम शुरू नहीं हो पाया है। बिजली कंपनी अब यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि स्मार्ट मीटर जल्द से जल्द लगाए जाएं ताकि मीटर से छेड़छाड़ पर कड़ी निगरानी रखी जा सके।
फैक्ट फाइल
- कुल बकाया बिल: 61,81,06,018 रुपये
- कुल उपभोक्ता: 1,53,442
- बकाया बिल (घरेलू): 3,86,08,58 रुपये
- बकाया बिल (गैर-घरेलू): 4,63,04,52,6 रुपये
- बकाया बिल (सरकारी): 18,57,60,622 रुपये
डीई बिजली कंपनी का बयान
नवीन कुमार, डीई बिजली कंपनी ने बताया कि जिले में 60 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया पड़ा हुआ है और वसूली अभियान चलाए जा रहे हैं। बड़े बकायादारों को चिन्हित किया गया है और नोटिस कार्रवाई के तहत वसूली की तैयारी पूरी हो चुकी है।