टिकटों की बढ़ी डिमांड
सरिस्का 1 अक्टूबर से खुला था और यह समय पीक सीजन माना जाता है। अधिकतर टिकट ऑनलाइन बुक हो रहे हैं। फिलहाल 30 गाड़ियां पर्यटकों को जंगल में घुमा रही हैं, जिसमें 17 जिप्सी शामिल हैं।
सीनियर गाइड विवेक कुमार का कहना है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह से पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगती है। स्कूलों की छुट्टियों और नए साल के जश्न के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में सरिस्का का रुख करते हैं।
बाघों की साइटिंग बढ़ी
सरिस्का के जोन 1 और 2 में अब बाघों की साइटिंग बढ़ गई है। अक्टूबर में कम बाघ दिख रहे थे, लेकिन अब पर्यटक बाघों के साथ अन्य वन्यजीवों का भी दीदार कर रहे हैं। अभयारण्य में अभी 42 बाघ हैं, जिनमें कुछ शावक भी शामिल हैं।
डीएफओ का बयान
सरिस्का के डीएफओ अभिमन्यु सहारण ने कहा कि दिसंबर-जनवरी में पर्यटकों की संख्या को देखते हुए तैयारियां की जा रही हैं। जरूरत पड़ने पर जंगल सफारी के लिए अतिरिक्त गाड़ियां भी लगाई जाएंगी।
नोट: ठंड के मौसम में सुबह-शाम जंगल ठंडा रहता है, लेकिन दोपहर की धूप में वन्यजीव खुले में आ जाते हैं, जिससे साइटिंग के मौके बढ़ जाते हैं।