बरेली-बदायूं सीमा पर अधूरे पुल से कार गिरने की वजह से हुई तीन लोगों की मौत के मामले में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अभियंताओं पर कार्रवाई की तैयारी हो रही है। प्रमुख अभियंता ने जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजने के लिए तैयार कर ली है।
कार्रवाई के दायरे में पांच अभियंता
मुख्य अभियंता अजय कुमार ने प्रांतीय खंड बदायूं के अधिशासी अभियंता नरेश कुमार, सहायक अभियंता मोहम्मद आरिफ और अभिषेक कुमार, तथा अवर अभियंता अजय गंगवार और महाराज सिंह पर कार्रवाई की सिफारिश की है। आरोप है कि पुल के एप्रोच रोड के बह जाने के बाद भी पुल पर आवागमन रोकने के लिए कोई प्रभावी अवरोधक या संकेतक नहीं लगाए गए थे। अब इस मामले में मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद विभागीय जांच और कार्रवाई की जाएगी।
अभियंताओं की नाराजगी
अभियंताओं ने इस कार्रवाई को एकतरफा बताया है। बुधवार को अवर अभियंताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य अभियंता से मुलाकात कर सवाल उठाया कि कार्रवाई से पहले अभियंताओं का पक्ष क्यों नहीं सुना गया? अभियंता संघ के सदस्यों ने कहा कि किसी भी काम को अधूरा होने की स्थिति में जेई और एई को जिम्मेदार ठहराना गलत है।
अधूरे पुल की वजह से हुआ हादसा
यह हादसा बरेली के फरीदपुर और बदायूं के दातागंज मार्ग पर हुआ। सितंबर 2023 में बाढ़ के कारण पुल का एप्रोच रोड बह गया था और पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया था। लेकिन कोई अवरोधक या संकेतक नहीं लगाए गए थे। रविवार को गूगल मैप का सहारा लेकर तीन लोग इस रास्ते पर पहुंचे। पुल खत्म होते ही उनकी कार 20 फुट नीचे गिर गई, जिससे तीनों की मौके पर मौत हो गई।
अब इस मामले की अंतिम जांच और मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।