औद्योगिक सेक्टर साइट-4 में एक सोफा बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। घटना के बाद भी फैक्ट्री मालिक ऑर्डर लेना बंद नहीं कर रहा है। वह ग्राहकों से तीन-चार दिन बाद ऑर्डर देने का समय मांग रहा है।
क्या है मामला?
साइट-4 में स्थित फैक्ट्री का मुख्य हिस्सा खाली है, लेकिन ओपन एरिया और पार्किंग एरिया में सोफा बनाने का काम चल रहा था। इन हिस्सों को तकी हसन नामक व्यक्ति ने किराए पर ले रखा था। यहां आग बुझाने के कोई इंतजाम नहीं थे।
मंगलवार सुबह चाय बनाते समय गैस सिलेंडर से गैस लीक होने के कारण आग लग गई, जिससे तीन मजदूरों की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने तकी हसन के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई।
प्राधिकरण की लापरवाही भी उजागर
नियमों के अनुसार, पार्किंग एरिया या ओपन एरिया में व्यवसायिक गतिविधियां नहीं हो सकतीं, लेकिन यहां सोफा बनाने का काम जारी था। इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दमकल विभाग ने भी इस पर कोई सख्त कदम उठाने से इनकार कर दिया।
क्या कहते हैं अधिकारी?
- प्रदीप कुमार, सीएफओ, गौतमबुद्ध नगर:
“फैक्ट्री कोविड के समय से बंद है और जहां आग लगी, वह पार्किंग एरिया था। प्राधिकरण को कार्रवाई करनी चाहिए। दमकल विभाग भी फैक्ट्री मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगा।”
यह घटना प्राधिकरण और दमकल विभाग की लापरवाही को उजागर करती है, जहां नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है।