राशन दुकानों पर जांच का आदेश
21 नवंबर को जारी आदेश में उप सचिव ने कलेक्टर से कहा है कि जिले की सभी राशन दुकानों का भौतिक सत्यापन किया जाए, खासकर उन दुकानों का जहां पीओएस मशीन में स्टॉक का अंतर पाया गया है। इसके अलावा, अतिरिक्त राशन की मांग करने वाली दुकानों का भी सत्यापन किया जाएगा। जांच दल में सहायक कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी, सहकारी निरीक्षक, प्रबंधक सहकारी समिति और अन्य विभागों के कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा।
स्टॉक की स्थिति
जिले में लगभग 375 राशन दुकानें चल रही हैं, जिनमें गेहूं, चावल, शक्कर, नमक, बाजरा और दाल का स्टॉक दिखाया जा रहा है, लेकिन असल में कई दुकानों में इनका स्टॉक नहीं है। दुकानदारों द्वारा कनिष्ठ खाद्य अधिकारी और जिला खाद्य अधिकारी से अतिरिक्त राशन की मांग की जा रही है, जो महीनों से जारी किया जा रहा है।
भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया
उप सचिव बीके चंदेल ने आदेश में कहा कि राशन, शक्कर और नमक का पीओएस में दिखाए गए स्टॉक और दुकान में असल में मौजूद स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया जाए। अगर स्टॉक कम पाया जाता है तो संबंधित दुकानदारों से वसूली की जाएगी।
राशन दुकानें और उपभोक्ता परिवार
- 375 राशन दुकानें जिले में संचालित
- 2,19,120 पात्र परिवार
- नगरपालिका और नगर परिषद के राशन उपभोक्ता परिवार:
- टीकमगढ़: 10,072
- बड़ागांव धसान: 1,549
- बल्देवगढ़: 1,765
- जतारा: 2,691
- कारी: 2,393
- खरगापुर: 2,397
- लिधौरा खास: 2,038
- पलेरा: 3,038
अधिकारियों का कहना
कलेक्टर के निर्देश पर राशन दुकानों के भौतिक सत्यापन के आदेश तैयार किए जा रहे हैं। जल्द ही जांच टीमों का गठन किया जाएगा और दुकानों के स्टॉक तथा पीओएस मशीन की जांच की जाएगी।
— ललित मेहरा, प्रभारी जिला खाद्य अधिकारी, टीकमगढ़