प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय में अनुश्रवण सहायक को रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रिश्वत मांगने की शिकायत
- शिकायत: फतेहपुर जिले के खागा तहसील के दीपक कुमार ने 25 नवंबर को विजिलेंस के एसपी को शिकायत दी थी।
- घटना: दीपक ने बताया कि वह वाराणसी में केजीएन वाशिंग पाउडर कारखाने का काम देख रहे हैं। प्रमाणपत्र बनाने के लिए अनुश्रवण सहायक रंजीत कुमार ने 75 हजार रुपये रिश्वत मांगी।
- कई अनुरोध: रंजीत कुमार से कई बार गुहार लगाने के बाद भी उसने पैसे मांगने की जिद नहीं छोड़ी।
विजिलेंस की कार्रवाई
- जांच: शिकायत की जांच में दीपक के आरोप सही पाए गए।
- पकड़: विजिलेंस टीम ने दीपक को पैसे लेकर रंजीत कुमार के पास भेजा। जैसे ही रंजीत ने पैसे लिए, उसे रंगेहाथ पकड़ लिया गया।
- गिरफ्तारी: जवाहर नगर एक्सटेंशन स्थित कार्यालय से रंजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।
- मुकदमा: आरोपी के खिलाफ वाराणसी सेक्टर थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया।
विजिलेंस का बयान
वाराणसी सेक्टर के अधिकारियों ने कहा कि रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।