उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने महाकुंभ-2025 में हुई भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में स्थित स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे इकट्ठा होकर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
प्रदर्शन के मुख्य बिंदु:
- महाकुंभ में अव्यवस्था: सपा विधायकों ने महाकुंभ में हुई भगदड़ में हुई मौतों पर गहरा शोक व्यक्त किया और इसे सरकार के कुप्रबंधन का परिणाम बताया।
- सरकार की नीतियों पर सवाल: विधायकों ने तख्तियां लेकर सरकार की नीतियों, किसानों के मुद्दों, बेरोजगारी, और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर भी विरोध जताया।
- विधानसभा सत्र में हंगामा: सपा विधायकों ने महाकुंभ भगदड़ और अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग की, जिसके कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।
विधायकों के बयान:
- सपा विधायक राकेश सिंह ने कहा, “हम हर सत्र की शुरुआत में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर प्रदर्शन करते हैं। इस बार महाकुंभ में हुई त्रासदी और सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए यह कदम उठाया है।”
- सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कहा, “महंगाई और बेरोजगारी पर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। महाकुंभ में हुई भगदड़ सरकार के कुप्रबंधन का नतीजा है, जिसे हम सदन में उठाएंगे।”
सरकार की प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि महाकुंभ के आयोजन में सरकार ने सभी जरूरी प्रबंध किए थे। उन्होंने विपक्ष पर संवेदनशील मुद्दों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
यह प्रदर्शन सपा विधायकों का सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास है, और आगामी विधानसभा सत्रों में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा होने की संभावना है।