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बस्तर: इंद्रावती नदी के सूखने से करीब 20 गांवों के किसानों की फसल प्रभावित हो रही है। किसानों ने पानी की मांग को लेकर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया।
🌾 किसानों की मांग
- जोरानाला से पानी छोड़ा जाए ताकि फसलों को पानी मिल सके।
- छत्तीसगढ़ और ओडिशा सरकार इस मामले में मानवीय दृष्टिकोण अपनाए।
- फसल नुकसान पर किसानों को क्षतिपूर्ति दी जाए।
🚜 किसानों का विरोध प्रदर्शन
- महिलाओं समेत बड़ी संख्या में किसान तख्तियां लेकर हाईवे पर पहुंचे।
- “जय जवान, जय किसान” के नारे लगाए गए।
- प्रशासन ने समझाइश दी और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री तक मांग पहुंचाने का आश्वासन दिया।
- करीब 1 घंटे तक नेशनल हाईवे जाम रहा, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
🚰 इंद्रावती नदी सूखने से जल संकट
- नदी में पानी न होने से किसानों की फसलें सूख रही हैं।
- गांवों में पीने और निस्तारी के लिए पानी की भारी कमी।
- मवेशी भी पानी की तलाश में भटक रहे हैं।
🔍 प्रशासन की प्रतिक्रिया
- अपर कलेक्टर सीपी बघेल ने बताया कि जोरानाला ओडिशा राज्य के अंतर्गत आता है, इसलिए यह दो राज्यों का मामला है।
- प्रशासन ने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी मांग प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी।
- आश्वासन के बाद किसानों ने हाईवे से जाम हटाया और यातायात बहाल हुआ।
अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या फैसला लेती है और क्या किसानों की मांग पूरी होगी।