Related Articles
उमरिया। शासन के निर्देशानुसार, हर मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक कलेक्टर सभागार में जनसुनवाई आयोजित की जाती है। इसमें जिले के सभी विभाग प्रमुखों की उपस्थिति अनिवार्य है, ताकि दूरदराज से आने वाले नागरिकों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
विभाग प्रमुख की गैरमौजूदगी से होती है परेशानी
कई बार कार्यालय प्रमुख शासकीय कार्य में व्यस्त होने या मुख्यालय से बाहर होने के कारण जनसुनवाई में शामिल नहीं हो पाते। इससे शिकायतों और आवेदन पत्रों के समाधान में देरी होती है।
प्रतिनिधि की नियुक्ति का निर्देश
डिप्टी कलेक्टर मीनाक्षी इंगले ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि यदि कोई विभाग प्रमुख जनसुनवाई में शामिल नहीं हो सकता, तो उसे अपने कार्यालय के ही एक अधिकृत प्रतिनिधि को नियुक्त कर भेजना अनिवार्य होगा। यह प्रतिनिधि जनसुनवाई में उपस्थित होकर शिकायतों के समाधान में सहयोग करेगा।
जनसुनवाई का महत्व
जनसुनवाई सरकार की प्राथमिकता वाली योजना है, जिसमें नागरिकों और अधिकारियों के बीच सीधा संवाद स्थापित किया जाता है। इसलिए हर मंगलवार को सभी विभाग प्रमुखों को कलेक्ट्रेट सभागार में समय पर उपस्थित रहना आवश्यक है।