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चित्तौड़गढ़: सरकार मनरेगा (MGNREGA) में बड़ा बदलाव करने जा रही है ताकि शहरी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार मिल सके। इसके लिए अगले महीने से नए नियम लागू होंगे। सभी नगर निकायों के मनरेगा प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे श्रमिकों को इस नई व्यवस्था की जानकारी दें।
क्या है नया नियम?
- अब श्रमिकों को मनरेगा पोर्टल पर अपनी कार्य की मांग दर्ज करानी होगी।
- श्रमिक को बताना होगा कि किस पखवाड़े (15 दिनों) में वह कितने दिन काम करना चाहता है।
- पोर्टल पर मांग दर्ज होने के बाद ही रोजगार मिलेगा।
- श्रमिक 11 महीने की मजदूरी एक साथ मांग सकते हैं।
कैसे मिलेगा रोजगार?
- श्रमिकों को नगर निकाय स्तर पर आयोजित शिविरों में जाना होगा।
- वहां पोर्टल पर अपनी कार्य मांग से जुड़े दस्तावेज जमा करने होंगे।
- इससे भविष्य में रोजगार मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी।
महत्वपूर्ण बातें:
✅ श्रमिकों की मजदूरी बढ़ी – अब 285 रुपए प्रतिदिन मिलेंगे (पहले 269 रुपए)।
✅ मेटों की मजदूरी बढ़ी – अब 297 रुपए प्रतिदिन मिलेंगे (पहले 271 रुपए)।
✅ निकाय स्तर पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे।
✅ 11 महीनों की मजदूरी एक साथ मांगने की सुविधा।
नए नियम से क्या फायदा?
👉 श्रमिक पहले से तय कर सकेंगे कि वे कब और कितने दिन काम करना चाहते हैं।
👉 रोजगार का बेहतर प्रबंधन होगा, जिससे अधिक लोगों को काम मिलेगा।
👉 नगर निकाय स्तर पर रोजगार की मांग को सही तरीके से रिकॉर्ड किया जा सकेगा।
श्रमिकों को सलाह: 1 अप्रैल से पहले नगर निकायों द्वारा आयोजित शिविरों में जाकर नए नियमों की जानकारी जरूर लें और अपनी कार्य मांग पोर्टल पर दर्ज कराएं ताकि समय पर रोजगार मिल सके।