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अनजान कॉल और लिंक से रहें सतर्क, साइबर ठगी से बचने के उपाय बताए गए

छिंदवाड़ा में साइबर सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के तहत सनरेज पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान देहात थाना प्रभारी गोविंद सिंह राजपूत ने बच्चों को साइबर ठगी से बचने के उपाय बताए।

उन्होंने कहा कि ठग अक्सर “फ्री” का लालच देकर लोगों को धोखा देते हैं। ऐसे संदेशों या लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि इसके जरिए ठगी की जा सकती है। मोबाइल कॉल या वीडियो कॉल के माध्यम से भी ठगी की जा रही है, और कई बार लोग इन घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।

गोविंद सिंह राजपूत ने बच्चों को बताया कि साइबर ठगी के मामलों में तत्काल पुलिस से मदद लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि एक रिटायर डीएसपी और शिक्षक भी ऐसी ठगी का शिकार हुए थे, जिनकी वजह से गंभीर परिणाम सामने आए।

इस कार्यक्रम में एक छात्रा ने पूछा कि साइबर ठगी की शिकायत कहां की जाए। इसके जवाब में देहात थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत नजदीकी थाने और साइबर सेल में की जा सकती है। उन्होंने बच्चों को यह भी बताया कि किसी प्रकार की परेशानी होने पर स्कूल प्रशासन की मदद से पुलिस को तुरंत सूचना देनी चाहिए।

इसके साथ ही स्कूल के पास पुलिस कर्मियों के संपर्क नंबर भी लिखवाए जाएंगे, ताकि जरूरत पड़ने पर मदद मिल सके।

अनजान कॉल और लिंक से रहें सतर्क, साइबर ठगी से बचने के उपाय बताए गए

छिंदवाड़ा में साइबर सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाने के लिए पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के तहत सनरेज पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान देहात थाना प्रभारी गोविंद सिंह राजपूत ने बच्चों को साइबर ठगी से बचने के उपाय बताए।

उन्होंने कहा कि ठग अक्सर “फ्री” का लालच देकर लोगों को धोखा देते हैं। ऐसे संदेशों या लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि इसके जरिए ठगी की जा सकती है। मोबाइल कॉल या वीडियो कॉल के माध्यम से भी ठगी की जा रही है, और कई बार लोग इन घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।

गोविंद सिंह राजपूत ने बच्चों को बताया कि साइबर ठगी के मामलों में तत्काल पुलिस से मदद लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि एक रिटायर डीएसपी और शिक्षक भी ऐसी ठगी का शिकार हुए थे, जिनकी वजह से गंभीर परिणाम सामने आए।

इस कार्यक्रम में एक छात्रा ने पूछा कि साइबर ठगी की शिकायत कहां की जाए। इसके जवाब में देहात थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत नजदीकी थाने और साइबर सेल में की जा सकती है। उन्होंने बच्चों को यह भी बताया कि किसी प्रकार की परेशानी होने पर स्कूल प्रशासन की मदद से पुलिस को तुरंत सूचना देनी चाहिए।

इसके साथ ही स्कूल के पास पुलिस कर्मियों के संपर्क नंबर भी लिखवाए जाएंगे, ताकि जरूरत पड़ने पर मदद मिल सके।

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