जयपुर के जेएलएन मार्ग पर बढ़ते ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए सरकार ने फ्लाईओवर बनाने की घोषणा की है। इस फ्लाईओवर की लंबाई 1 से 1.25 किमी होगी, जिससे वाहनों की आवाजाही आसान होगी और जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है।
जेएलएन मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव
जेडीए के सर्वे के अनुसार, जेएलएन मार्ग पर हर दिन 73,790 गाड़ियां चलती हैं और हर घंटे 7,379 वाहन गुजरते हैं। खासकर ओटीएस चौराहे पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक रहता है, जहां से 76% वाहन गुजरते हैं।
अन्य सड़क निर्माण योजनाएं
- अपेक्स सर्कल से जगतपुरा आरओबी तक – 2.6 किमी लंबी एलिवेटेड रोड बनेगी, जिस पर 65 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
- नारायण सिंह सर्कल से पुराना रामगढ़ मोड़ तक – गोविंद मार्ग पर एलिवेटेड रोड बनाने की योजना है, लेकिन पानी की पाइपलाइन बाधा बन सकती है।
- अरण्य भवन से ट्रांसपोर्ट नगर तक – यहां जवाहर नगर बाइपास पर अतिक्रमण की समस्या है। एलिवेटेड रोड बनने से यातायात आसान होगा।
पहले की योजनाएं जो पूरी नहीं हुईं
2015 में जेडीए ने जेएलएन मार्ग को ट्रैफिक लाइट फ्री बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई थीं, जिनमें क्लोवर लीफ, अंडरपास और फ्लाईओवर शामिल थे, लेकिन किसी पर काम नहीं हो सका। कांग्रेस सरकार के समय यहां हैंगिंग ब्रिज और अंडरपास बनाने की योजना थी, लेकिन भूमि न मिलने के कारण प्रोजेक्ट रुक गया। जेडीए ने इस पर 150 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई थी।
कई योजनाओं पर संशय
- झोटवाड़ा रेलवे ओवर ब्रिज से खातीपुरा आरओबी तक एलिवेटेड रोड की घोषणा हुई, लेकिन इसकी संभावना कम है।
- खानियां से बगराना तक एलिवेटेड रोड के लिए डीपीआर बनाने की बात हुई, लेकिन यहां ट्रैफिक का दबाव कम है।
फ्लाईओवर बनने के बाद जेएलएन मार्ग पर गाड़ियां आसानी से दौड़ सकेंगी और लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।