Related Articles
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में पिछले छह दिनों से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बना हुआ है। बुधवार रात भी इस गतिरोध को दूर करने की कोशिश हुई, लेकिन समाधान नहीं निकल सका। आज वित्त मंत्री दिया कुमारी बजट बहस का जवाब देंगी, लेकिन सदन सुचारू रूप से चलेगा या नहीं, इस पर संदेह बना हुआ है।
विपक्ष का धरना या बहस?
- नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सदन में बोलेंगे या नहीं, यह गतिरोध दूर होने पर निर्भर करेगा।
- अगर गतिरोध दूर नहीं हुआ, तो कांग्रेस विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे और सदन बिना विपक्ष के चलेगा।
- अगर विपक्ष का भाषण नहीं हुआ, तो यह राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार होगा कि बजट बहस बिना विपक्ष के होगी।
संभावित बड़ी घोषणाएं
आज वित्त मंत्री दिया कुमारी बजट बहस का जवाब देंगी, जिसमें सरकार कई बड़ी घोषणाएं कर सकती है। ये घोषणाएं मुख्य रूप से सड़क, पानी, शिक्षा, सरकारी भर्तियां, अस्पताल, कानून-व्यवस्था और सरकारी कर्मचारियों से जुड़ी हो सकती हैं।
सदन कैसे चलेगा?
- विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि सदन नियमानुसार चलेगा और निलंबित सदस्य बाहर रहेंगे।
- विपक्ष के अन्य सदस्य कार्यवाही में भाग लेना चाहें, तो उन पर कोई रोक नहीं होगी।
- अध्यक्ष का कहना है कि गतिरोध खत्म करने के लिए अब भी बातचीत के लिए रास्ता खुला है।
गतिरोध का कारण क्या है?
- कांग्रेस इंदिरा गांधी को “दादी” कहे जाने और छह विधायकों के निलंबन को लेकर विरोध कर रही है।
- कांग्रेस की मांग है कि निलंबन खत्म किया जाए और मंत्री अपने बयान पर माफी मांगे।
- सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे को गतिरोध का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
नेता क्या कह रहे हैं?
🗣 संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल का कहना है कि कांग्रेस की आंतरिक राजनीति के कारण यह गतिरोध बना हुआ है।
🗣 नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का कहना है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है और वे जनहित के मुद्दों पर सरकार से सवाल पूछना चाहते हैं।
अगली रणनीति
- कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत, सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा के बीच लगातार चर्चा हो रही है।
- विपक्ष का दावा है कि वे सत्ता पक्ष से भी समस्या का हल निकालने के लिए संपर्क कर रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका।
- भाजपा आलाकमान भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और इस पर अपनी रणनीति बना रहा है।
क्या होगा आगे?
अब देखना होगा कि सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध टूटता है या नहीं। अगर सुलह नहीं हुई, तो विपक्ष धरने पर बैठेगा और सरकार बिना विपक्ष के ही बजट पर चर्चा करेगी।