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छबड़ा: कृषि विभाग द्वारा एक माह पहले एक किसान के घर से जब्त किए गए 69 डीएपी खाद के कट्टे नकली पाए गए हैं। जांच में यह पाया गया कि किसान ने सुपर फास्फेट को डीएपी के कट्टों में भरकर बेचा था। हालांकि, पुलिस को जांच रिपोर्ट मिलने के बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।
पुलिस ने शुरू की थी कार्रवाई
22 अक्टूबर को कृषि विभाग के सहायक निदेशक चौथमल मीणा ने एसडीएम के निर्देश पर पुलिस प्रशासन की मदद से सालपुरा रोड पर एक घर में छापा मारा था और 69 डीएपी खाद के कट्टे जब्त किए थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बिना लाइसेंस अवैध रूप से नकली डीएपी बेचने और किसानों से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया था।
आरोपी हुए थे पाबंद
जांच अधिकारी राजकुमार मीणा की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने घनश्याम मीणा और उसके रिश्तेदार प्रवेश मीणा के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें डिटेन किया था, लेकिन खाद की रिपोर्ट आने तक पुलिस ने उन्हें पाबंद करके छोड़ दिया था।
नकली खाद की पुष्टि
कोटा के नांता फार्म स्थित स्टेट फर्टिलाइज़र टेस्ट लैब से 5 नवम्बर को जांच रिपोर्ट आई, जिसमें पुष्टि हुई कि जब्त किए गए डीएपी खाद नकली थे और इनमें सुपर फास्फेट (रकोडिया) पाया गया था। इसके बावजूद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
आगे की जांच
जांच अधिकारी सीआई राजेश खटाणा ने बताया कि जब्त किए गए खाद का सैंपल अब राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।