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इस बार कर्नाटक में अदरक की खेती का रकबा 60 हजार हेक्टेयर से अधिक हो गया है, जिससे कर्नाटक अब मध्यप्रदेश को अदरक की खेती में पीछे छोड़ने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सामान्यत: कर्नाटक में अदरक की खेती का रकबा लगभग 50 हजार हेक्टेयर रहता था, लेकिन अब यह 60 हजार हेक्टेयर से ज्यादा हो गया है।
अदरक के रकबे में इतनी वृद्धि पिछली बार अनुकूल मूल्य निर्धारण के कारण हुई है। कर्नाटक राज्य मसाला विकास बोर्ड के अनुसार, अभी भी मध्यप्रदेश देश में अदरक की खेती में नंबर एक है, लेकिन कर्नाटक का रकबा अब मध्यप्रदेश के बराबर होने की उम्मीद है।
हल्दी और सुपारी की खेती में भी वृद्धि
इसके अलावा हल्दी की खेती का रकबा भी बढ़ रहा है, जबकि इलायची की खेती स्थिर है। सुपारी की खेती में बढ़ोतरी हुई है, जिससे काली मिर्च का उत्पादन भी बढ़ा है। बागलकोट और विजयपुर जिलों में अजवाइन की खेती बढ़ी है, लेकिन अधिक बारिश और कम उपज के कारण इस बार काली मिर्च की खेती का रकबा कम हो सकता है।
कर्नाटक में मसालों की खेती
कर्नाटक देश में अदरक, काली मिर्च और हल्दी की खेती में शीर्ष पांच राज्यों में आता है। राज्य में 4.11 लाख हेक्टेयर भूमि से 7.7 लाख टन मसालों का उत्पादन किया जा रहा है। वर्ष 2023-24 में 1.34 लाख हेक्टेयर भूमि से 1.80 लाख टन मिर्च और 20,684 हेक्टेयर भूमि से 1.29 लाख टन हल्दी का उत्पादन हुआ। देश ने 2023-24 में 36,956 करोड़ रुपये मूल्य के मसालों का निर्यात किया।