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जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपने जीवन की एक पुरानी और यादगार तस्वीर साझा की है। यह तस्वीर 2000 की है, जब वे अपने पैतृक गांव अटारी के सरपंच चुने गए थे। तस्वीर में गांववासियों के चेहरे पर खुशी, बुजुर्गों का आशीर्वाद और युवाओं का उत्साह साफ झलक रहा है।
यादगार लम्हों को किया याद
इस तस्वीर को साझा करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने लिखा,
“यह तस्वीर मेरे लिए अविस्मरणीय है। यह उस समय की है जब मैं वर्ष 2000 में अटारी का सरपंच चुना गया था। आज मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए भी यह याद मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह मेरे जीवन और राजनीतिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जिसने मुझे जनसेवा के प्रति और अधिक समर्पित किया।”
राजनीतिक यात्रा का प्रेरणादायक सफर
उन्होंने बताया कि यह तस्वीर उनके संघर्षों और संकल्प की याद दिलाती है। उन्होंने इसे लोकतंत्र की ताकत का प्रतीक बताते हुए लिखा,
“गांव के हर व्यक्ति की भागीदारी और समर्थन ने मुझे आगे बढ़ने की ताकत दी। यह तस्वीर दर्शाती है कि गांव से शुरू हुई यह यात्रा आज राज्य के सर्वोच्च पद तक पहुंची है।”
जनसेवा का अटूट संकल्प
मुख्यमंत्री ने इस पोस्ट के जरिए जनता के प्रति अपने दायित्व को दोहराते हुए लिखा,
“यह तस्वीर मेरे लिए नई ऊर्जा का स्रोत है। जन-कल्याण के लिए समर्पित रहना ही मेरा संकल्प है और यह हमेशा मजबूत रहेगा।”
जनता का आभार
सीएम भजनलाल शर्मा ने अपने प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी भागीदारी और विश्वास ने ही उन्हें यह मुकाम दिलाया है। उनके अनुसार, यह तस्वीर उनके संघर्ष और सफलता की कहानी का प्रतीक है।