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जयपुर।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पीटीआई भर्ती में फर्जी दस्तावेज लगाने वाले अभ्यर्थियों पर सख्त कार्रवाई की है। बोर्ड ने 400 अभ्यर्थियों की जांच की, जिसमें 54 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित कर दिया गया है। ये सभी नियुक्ति के इंतजार में थे।
इसके अलावा, 248 अभ्यर्थियों की सूची शिक्षा विभाग को भेज दी गई है, जिन्हें पहले से नियुक्ति दी जा चुकी है। अब इनकी नौकरी खत्म करने की कार्रवाई होगी। वहीं, 100 अन्य अभ्यर्थियों की जांच अभी जारी है।
फर्जीवाड़े का खुलासा
बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में करीब 1200 अभ्यर्थियों को जांच के दायरे में लिया गया था। इनमें से 400 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा पाया गया।
जवाब देने का मौका
बोर्ड ने फर्जी दस्तावेज वाले अभ्यर्थियों को जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया था। हालांकि, कुछ ने जवाब दिया, लेकिन बोर्ड ने उन्हें असंतोषजनक पाया।
फर्जी डिग्रियों का खेल
भर्ती में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की डिग्रियां फर्जी पाई गईं। कुछ ने आवेदन के समय बीपीएड की डिग्री का उल्लेख नहीं किया, लेकिन जांच के दौरान यूपी, चूरू और अन्य जगहों की 2019 की डिग्री जमा कर दी। इस गड़बड़ी का अंदेशा पहले ही जताया गया था।
पत्रिका ने किया खुलासा
राजस्थान पत्रिका ने इस फर्जीवाड़े को सबूतों के साथ उजागर किया। इसके बाद बोर्ड ने एक साल तक जांच की और संबंधित विश्वविद्यालयों से डाटा मंगवाया। जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई शुरू की गई।