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छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू हुई, जो 31 जनवरी तक चलेगी। सरकार 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीद रही है। इस बीच, तस्कर और कोचिए पड़ोसी राज्यों से धान लाकर खरीदी केंद्रों में खपाने की कोशिश कर रहे हैं।
65 लाख रुपए का अवैध धान जब्त
प्रशासन ने अब तक 2097 क्विंटल अवैध धान जब्त किया है, जिसकी कीमत लगभग 65 लाख रुपए है। तस्कर अंदरूनी रास्तों से धान लाकर छत्तीसगढ़ के खरीदी केंद्रों में खपाने का प्रयास कर रहे हैं।
तस्करी रोकने के लिए चेकपोस्ट
प्रशासन ने बॉर्डर पर चेकपोस्ट बनाए हैं। चिचोला चेकपोस्ट पर एक ट्रक से 369 कट्टा धान जब्त किया गया, जो गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) से लाया जा रहा था। वहीं, डोंगरगढ़ के पास एक ट्रक से 307 क्विंटल धान पकड़ा गया, जो महाराष्ट्र के तुमसर से धमतरी ले जाया जा रहा था।
कोचिए भी सक्रिय
कोचिए, यानी बिचौलिए, किसानों के पर्चों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। अब तक 16 कोचियों पर कार्रवाई हुई है और 970 क्विंटल धान जब्त किया गया है। कोचियों के पास दस्तावेज और पर्चे नहीं मिलने पर मंडी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कार्रवाई जारी
राजनांदगांव जिले के खाद्य अधिकारी रविंद्र सोनी ने बताया कि अब तक 27 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पड़ोसी राज्यों से 616 क्विंटल और कोचियों से 970 क्विंटल धान जब्त किया गया है। तस्करों और कोचियों पर कार्रवाई लगातार जारी है।
तस्करी के कारण
तस्कर अधिक लाभ कमाने के लिए पड़ोसी राज्यों से धान लाकर छत्तीसगढ़ में खपाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन इन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
यह घटना राज्य में धान खरीदी प्रक्रिया और सुरक्षा तंत्र पर सवाल खड़े करती है। प्रशासन की सतर्कता से अब तक कई बड़े मामले पकड़े गए हैं।