सीधी संवाद और स्वास्थ्य सलाह: छत्तीसगढ़ में आयोजित एक शिविर में 100 गर्भवती महिलाओं का नि:शुल्क सोनोग्राफी किया गया। इस शिविर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महिलाओं से सीधा संवाद किया, उनकी समस्याओं को समझा और स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी। इसके साथ ही, सरकारी योजनाओं के प्रति उन्हें जागरूक भी किया गया।
शिविर में विभिन्न विशेषज्ञों की सेवाएं: शिविर में स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, मेडिसिन विशेषज्ञ और दंत रोग विशेषज्ञ ने अपनी सेवाएं दी। सोनोग्राफी के अलावा, 80 मरीजों का इलाज मेडिसिन से संबंधित समस्याओं के लिए किया गया, 72 मरीजों का आर्थो से संबंधित उपचार हुआ और 28 मरीजों का सर्जरी से संबंधित इलाज हुआ। 73 बच्चों की जांच की गई, जबकि अन्य सामान्य रोगों जैसे बीपी, शुगर आदि के 147 मरीजों का इलाज किया गया।
उच्च जोखिम मरीजों की पहचान: शिविर में उच्च जोखिम वाले मरीजों की पहचान की गई और उन्हें पहले से भर्ती होने की सलाह दी गई। इस शिविर में जिला अस्पताल के विशेषज्ञों के साथ ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी और उनकी टीम द्वारा जांच की गई।
महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार: राज्य सरकार का यह कदम महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक है। इस तरह के शिविर न केवल महिलाओं में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ा रहे हैं, बल्कि जटिलताओं का समय रहते पता लगाने में भी मदद कर रहे हैं। इस प्रकार की सेवाएं क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में सहायक हैं।