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बिजली संकट से राहत: बालोतरा और पचपदरा क्षेत्र में बिजली की वोल्टेज की समस्या जल्द ही समाप्त होने वाली है। प्रसारण निगम द्वारा निर्माणाधीन 400 केवी नेवाई, पचपदरा जीएसएस का कार्य अब पूर्ण हो चुका है और इसे चार्ज करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इस परियोजना की लागत करीब 300 करोड़ रुपये है, और इसके चार्ज होने के बाद बालोतरा जिले में वोल्टेज की समस्या हल हो जाएगी।
वोल्टेज सप्लाई: इस जीएसएस के जरिए रिफाइनरी को 220 केवी वोल्टेज सप्लाई भी दी जाएगी। नेवाई में 400 केवी के निर्माण का काम अंतिम दौर में है, और अब पचपदरा से बालोतरा-बोरानाड़ा को जोड़ने वाली नई लाइनें स्थापित की जा रही हैं। इसके माध्यम से सभी जरूरी डेटा का आदान-प्रदान और टेस्टिंग का काम जारी है।
नई लाइनें और क्षमता: बालोतरा के लिए अब दो नई लाइनें पचपदरा से आएंगी, जिससे विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा। इस जीएसएस की क्षमता 1000 एमवीए है और इसमें 500-500 एमवीए के स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं, जो समानांतर काम करेंगे।
शिव जीएसएस का निर्माण: बालोतरा के अलावा, बाड़मेर जिले के शिव में 220 केवी का एक और जीएसएस बनाया जा रहा है, जिसकी लागत 142 करोड़ रुपये है। इस परियोजना का कार्य 2016 में शुरू हुआ था, लेकिन न्यायालय में मामला जाने और देरी के कारण इसका काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। आरवीपीएन का दावा है कि यह जीएसएस मई 2025 तक चालू हो जाएगा।