एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दस वर्षों में भारत में फलों और सब्जियों की प्रति व्यक्ति उपलब्धता क्रमशः 7 किलोग्राम और 12 किलोग्राम बढ़ी है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कृषि आपूर्ति शृंखला में कई समस्याएं हैं जो खाद्य खपत को प्रभावित करती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष लगभग 227 किलोग्राम फलों और सब्जियों का उत्पादन होता है, जो सालाना 146 किलोग्राम की सामान्य सिफारिश से अधिक है। लेकिन, फलों और सब्जियों का एक बड़ा हिस्सा – 30-35 प्रतिशत – उनकी जल्दी खराब होने वाली प्रकृति के कारण और कटाई, भंडारण, परिवहन और पैकेजिंग में अकुशलता के कारण नष्ट हो जाता है।
इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कुछ राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर में फलों और सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि देखी गई है। वहीं, कई पूर्वोत्तर राज्यों में प्रति व्यक्ति उत्पादन में गिरावट आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2024 में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.48 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने के 6 प्रतिशत से कम थी। इस गिरावट का प्रमुख कारण सब्जियों की कीमतों में गिरावट रही। हालांकि, प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि हुई, जिससे समग्र मुद्रास्फीति पर असर पड़ा।