कांग्रेस सांसद सुखदेव सिंह भगत ने शनिवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लोकतंत्र को इतना मजबूत बनाया कि आज एक चाय बेचने वाला भी देश का प्रधानमंत्री बन सकता है।
‘कीमती चीजें जेब में ही रखी जाती हैं’
सुखदेव भगत ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष संविधान को अपनी जेब में रखता है। भगत ने कहा, “यह सच है, क्योंकि सबसे कीमती चीजें जेब में ही रखी जाती हैं।”
‘कांग्रेस ने लोकतंत्र की जड़ें मजबूत कीं’
उन्होंने कहा, “कल सत्तारूढ़ पार्टी के लोग नेहरू पर हमला कर रहे थे। लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि नेहरू और कांग्रेस ने लोकतंत्र की जड़ें इतनी मजबूत कीं कि आज एक साधारण चाय बेचने वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है।”
आरएसएस पर निशाना
सुखदेव भगत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ऑर्गनाइजर ने तिरंगे को अस्वीकार करते हुए कहा था कि यह अशुभ है। 2000 में आरएसएस के तत्कालीन प्रमुख के. सुदर्शन ने संविधान बदलने की बात भी कही थी।”
अदाणी मुद्दे पर सरकार की चुप्पी
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में संविधान के लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर हमले हो रहे हैं। भगत ने कहा, “चीन के साथ युद्ध के दौरान नेहरू ने संसद में चर्चा की अनुमति दी थी। लेकिन जब राहुल गांधी ने एक कारोबारी समूह का नाम लिया, तो संसद बंद कर दी गई और सरकार ने चुप्पी साध ली।”
पप्पू यादव का सरकार पर निशाना
इसके बाद निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा, “हम एक देश-एक चुनाव की बात करते हैं, लेकिन एक शिक्षा-एक स्वास्थ्य पर बात क्यों नहीं होती?” उन्होंने निजीकरण और निजी नौकरियों में आरक्षण की भी मांग की।