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केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन
बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने देशभर में केंद्र सरकार की नीतियों, अडानी ग्रुप पर भ्रष्टाचार के आरोपों, पूंजीपतियों को संरक्षण देने और मणिपुर में हिंसा के बढ़ते मामलों के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी प्रदेश कांग्रेस ने शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया, जिसके बाद राजभवन तक पैदल मार्च किया गया।
कांग्रेस नेताओं का एकजुट प्रदर्शन
इस आंदोलन में कांग्रेस के बड़े नेता, कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी संख्या में शामिल हुए। लंबे समय बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा एक साथ मंच पर नजर आए।
केंद्र सरकार पर हमला
धरने में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, अशोक गहलोत, सचिन पायलट समेत कई बड़े नेताओं ने भाग लिया। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दों पर चुप नहीं बैठेगी और केंद्र सरकार की विफलताओं के खिलाफ विरोध जारी रखेगी।
सचिन पायलट ने केंद्र सरकार को घेरा
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश की संपत्ति चुनिंदा लोगों को सौंपने से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है। उन्होंने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए और कहा कि मणिपुर में हालात बेहद खराब हैं, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
टीकाराम जूली का बयान
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश को एकजुट रखा है और संविधान को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की सच्चाई जनता समझ चुकी है और कांग्रेस की ओर उम्मीद से देख रही है।
कांग्रेस की एकजुटता का प्रदर्शन
धरने के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक से राजभवन तक पैदल मार्च किया और “भा.ज.पा सरकार होश में आओ” जैसे नारे लगाए। इस दौरान गोविंद मेघवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, शकुंतला रावत, वैभव गहलोत सहित कई नेता भी मौजूद थे।