प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में पार्वती-कालिसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का शुभारंभ किया। इस परियोजना के तहत राजस्थान, मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार के बीच अनुबंध सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इस परियोजना के माध्यम से दोनों राज्यों को सिंचाई और पीने के पानी की सुविधा मिलेगी और विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
पीकेसी परियोजना के तहत राजस्थान को 4,103 और मध्यप्रदेश को 3,000 एमसीएम पानी मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को विकास के लिए एक अहम कदम बताया।
25 दिसंबर को केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट का शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी 25 दिसंबर को छतरपुर में केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना की नींव भी रखेंगे।
एमपी के इन जिलों को मिलेगा लाभ
इस परियोजना से मध्य प्रदेश के गुना, मुरैना, शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, उज्जैन, सीहोर, मंदसौर, इंदौर, देवास, आगर मालवा, शाजापुर और राजगढ़ जिलों के 3217 गांवों को लाभ मिलेगा। इस परियोजना के तहत 21 बैराज और बांध बनाए जाएंगे, जिनकी जलभराव क्षमता 1908.83 घन मीटर होगी। 172 मिलियन घन मीटर पानी पीने और उद्योगों के लिए रहेगा। इसके अलावा 6.13 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की जाएगी, जिससे 40 लाख किसानों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी ने मोहन यादव को किया लाडला सीएम
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को लाडला सीएम बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना 20 वर्षों के इंतजार के बाद अब धरातल पर उतर रही है, और यह मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए ऐतिहासिक दिन है।
पर्यटन और रोजगार में वृद्धि
इस परियोजना से न केवल सिंचाई और जल आपूर्ति में सुधार होगा, बल्कि उद्योग और पर्यटन के क्षेत्र में भी वृद्धि होगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।