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भांकरोटा हादसे को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन वाहन चालकों को अब भी सुगम रास्ते का इंतजार है। रिंग रोड के दोनों ओर ट्रैफिक लाइट पर वाहनों की आवाजाही आसान नहीं हो पाई है। अब भी वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। ट्रक-टैंकर के घूमने से यातायात प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा, सड़क किनारे खड़े वाहन भी समस्याएं खड़ी कर रहे हैं। जले हुए वाहनों को अब तक हटाया नहीं गया है, और यातायात पुलिस ने उनके चारों ओर बैरिकेड्स लगा दिए हैं।
रिंग रोड की शुरुआत हुए करीब पांच साल हो चुके हैं, लेकिन इस पर वाहनों के चढ़ने-उतरने के लिए जरूरी क्लोवर लीफ नहीं बनाए गए। इंजीनियरों ने कट बनाए और अस्थायी ट्रैफिक लाइट्स लगा दीं, जिसके कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। बड़े ट्रक जब घूमते हैं तो ट्रैफिक लाइट नजर नहीं आती।
कमला नेहरू पुलिया का उद्घाटन होने से वाहन चालकों को राहत मिली है, लेकिन जयपुर आते समय 200 फीट बाइपास चौराहे से पहले सर्विस रोड से हाईवे पर आने वाले कट को बंद कर दिया गया है, जिससे करीब 60 कॉलोनियों के लोग परेशान हो रहे हैं। इस कारण धावास पुलिया पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
कमला नेहरू पुलिया के नीचे वाहनों की आवाजाही मंगलवार से शुरू हो गई है, जिससे मानसरोवर से कमला नेहरू नगर की आवाजाही में सुविधा हुई है। पहले, इसका निर्माण चल रहा था, जिसके कारण वाहन चालकों को चार से पांच किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ता था।
हालांकि, हादसे वाली जगह से अब तक वाहनों को हटाया नहीं गया है। इन्हें जल्दी हटाया जाए, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो।