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रैली के मुख्य बिंदु:
- गुढ़ा ने आरोप लगाया कि मंडावा में लाइब्रेरी छात्रों से मारपीट के मामले में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है।
- वहीं, झुंझुनूं शहर में नाबालिग से बलात्कार के आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया, जिससे लोग नाराज़ हैं।
पेड़ पर चढ़कर दिया गया भाषण:
प्रदर्शन के दौरान माहौल गरम हो गया और गुढ़ा एक नीम के पेड़ पर चढ़ गए। वहां से उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए पुलिस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा:
- “पुलिस वाले वर्दी का दुरुपयोग मत करो, नहीं तो वर्दी उतारकर नंगा भेज देंगे।”
- “शेखावाटी की धरती पर पक्षपात नहीं सहा जाएगा। अगर आरोपी को जल्द नहीं पकड़ा गया तो हम आमरण अनशन करेंगे।”
प्रदर्शन में तनाव:
रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान लाठीचार्ज की अफवाह फैल गई, जिससे लोग घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे।
क्या है पूरा मामला:
- कुछ दिन पहले मंडावा में लाइब्रेरी के छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच झगड़ा हुआ था।
- पुलिस ने पार्षद सत्तार, हिस्ट्रीशीटर अनवर, अमीर, अब्दुल मजीद, और जुबैर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
- एक पक्ष का आरोप है कि ये छात्र मोहल्ले की लड़कियों को परेशान कर रहे थे, जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है।
गुढ़ा का सरकार पर हमला:
राजेंद्र गुढ़ा ने राज्य सरकार को चेतावनी दी:
- “राज्य सरकार बदमाशी करवाना बंद करे।”
- “हम राजस्थान को यूपी और झुंझुनूं को संबल नहीं बनने देंगे।”
रैली की शुरुआत सुभाष चौक से की गई, जहां सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद रैली मंडावा थाने होते हुए झुंझुनूं कलेक्ट्रेट पहुंची।
यह प्रदर्शन झुंझुनूं और मंडावा में न्याय और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग को लेकर किया गया था।