मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गुजरने वाले आगरा-इंदौर रूट पर प्रस्तावित वेस्टर्न बायपास के लिए अब जमीनों का अधिग्रहण शुरू कर दिया गया है। इसके लिए अधिसूचना भी जारी की गई है।
वेस्टर्न बायपास के लिए 110 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी
एनएचएआई द्वारा प्रस्तावित 28.8 किलोमीटर लंबे इस वेस्टर्न बायपास के लिए 15 गांवों की 110 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इस प्रोजेक्ट में कुल 154 हेक्टेयर जमीन का इस्तेमाल होगा, जिसमें से 38 हेक्टेयर वाइल्ड लाइफ और 4 हेक्टेयर वन विभाग की जमीन होगी।
बायपास की लागत और सुविधाएं
इस बायपास को बनाने में करीब 1200 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिसमें से 750 करोड़ रुपए सिविल कंस्ट्रक्शन पर खर्च होंगे। बायपास 4 लेन चौड़ा होगा और साथ में सर्विस रोड भी बनाई जाएगी। इसके निर्माण में एनिमल अंडरपास फ्लाइओवर का निर्माण भी किया जाएगा, जैसा कि माधव नेशनल पार्क वाले हाईवे में पहले भी किया गया था।
बायपास से गुजरने वाले गांव
इस बायपास का रास्ता कई गांवों से होकर गुजरेगा, जिनमें बरौआ नूराबाद, निरावली, गजीपुरा, जिनावली, बिलपुरा, जिगसौली, कुलैथ, सोजना, तिबरा, परपटे का पुरा, बानमोर कलां, बानमोर खुर्द, जयपुर उर्फ नयागांव, पनिहार और रामपुर गांव शामिल हैं।
काम अक्टूबर तक शुरू होने की संभावना
सभी विभागों से एनओसी मिलने के बाद इस बायपास के निर्माण का काम अक्टूबर तक शुरू हो सकता है।