Related Articles
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि राज्य में एक नया टाइगर रिजर्व बनेगा। यह टाइगर रिजर्व चंबल क्षेत्र के माधव राष्ट्रीय उद्यान में होगा। इससे वन्यजीवों के संरक्षण में मदद मिलेगी और यह प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व होगा।
टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल
यह नया टाइगर रिजर्व 1751 वर्ग किलोमीटर में फैलेगा, जिसमें 375 वर्ग किलोमीटर का कोर क्षेत्र और 1276 वर्ग किलोमीटर का बफर क्षेत्र होगा। यहां एक नर और एक मादा बाघ को छोड़ा जाएगा ताकि बाघों की संख्या बढ़ सके।
वन्यजीव संरक्षण में मध्य प्रदेश की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश वन्यजीव संरक्षण में नए कीर्तिमान बना रहा है। हाल ही में कूनो नेशनल पार्क में 5 चीतों को छोड़ा गया है। पहले छोड़े गए चीतों ने यहाँ शिकार और जीवन जीने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और तीन चीतों ने यहां जन्म लिया है, जो राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है।
चंबल क्षेत्र में वन्यजीवों का विकास
माधव टाइगर रिजर्व के बनने से चंबल अंचल में वन्यजीवों की संख्या बढ़ेगी और बाघों की सुरक्षा और जंगलों का संरक्षण होगा। इसके साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
एमपी में सबसे ज्यादा टाइगर रिजर्व
मध्य प्रदेश में देश के सबसे ज्यादा टाइगर रिजर्व हैं, जिनकी संख्या 8 है। इनमें कान्हा, सतपुड़ा, बांधवगढ़, पेंच, संजय डुबरी, पन्ना, रातापानी, और वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व शामिल हैं। इसके अलावा, मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या भी सबसे ज्यादा है। 2023 के आंकड़ों के अनुसार, यहां 785 बाघ हैं।